नृसिंह पूजा Nrisinh puja
श्री गिरीश पांडेय जी ने अपने पिता श्री गणेश दत्त पांडेय जी द्वारा रचित यह पुस्तक पान ग्राम वासियों या जो भी नृसिंह के भक्त हों और विधिवत उनकी पूजा करना चाहते हों, उन तक पहुंचाने की इच्छा से हमसे साझा की है। आप पाएंगे कि पुस्तक में पूजा के विधि-विधान को आम भाषा में समझाया गया है। यह पुस्तक मूल रूप में कई साल पहले छपी थी। यह पुस्तक पीडीएफ़ फॉर्मैट में है। इसे आप लैपटॉप या डेस्कटॉप या टैब में खोल कर स्वयं पूजा कर सकते हैं। मोबाईल फोन पर पढ़ने में दिक्कत या सकती है। नृसिंह-पूजा आज 25 मई (वैशाख महीने के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी तिथि) को नृसिंह जन्माष्टमी है। मान्यता के अनुसार इसी तिथि को भगवान विष्णु ने भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए नृसिंह रूप में अवतार लेकर राक्षस-राज हिरण्यकश्यप का वध किया था। इस कारण यह दिन भगवान नृसिंह की जयंती के रूप में मनाया जाता है। पान ग्राम वासी नृसिंह को अपना इष्टदेव मानते हैं।